श्रीराम और श्रीरामचरितमानस का अपमान करनेवालों पर कार्रवाई करे केंद्र सरकार : सुनील कुमार सिंह
हिन्दू जनजागृति समिति व राष्ट्र बचाओ आंदोलन ने रांची उपायुक्त को सौंपा ज्ञापनहिंदू देवी-देवताओं, हिन्दुओं के धर्मग्रंथ एवं श्रद्धास्थानों के विषय में आपत्तिजनक बयानबाजी करनेवालों पर कठोर कार्रवाई करने की मांगबीबीसी न्यूज की विवादित डॉक्यूमेंट्री पर रोक लगाने सहित अन्य दोषियों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएरांची। राष्ट्र बचाओ आंदोलन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने हिंदू देवी-देवताओं,

हिन्दुओं के धर्मग्रंथ एवं श्रद्धास्थानों के विषय में आपत्तिजनक वक्त्तव्य करनेवालों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। इसे लेकर तत्काल कठोर ईशनिंदा विरोधी कानून बनाने की मांग उन्होंने रांची उपायुक्त के माध्यम से केन्द्र सरकार से की है। हिन्दू जनजागृति समिति व राष्ट्र बचाओ आंदोलन के संयुक्त तत्वावधान में रांची उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा को ज्ञापन सौंप केंद्र सरकार से तत्काल मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम और श्रीरामचरितमानस का अपमान करनेवालों पर कार्रवाई करने की मांग की।
गौरतलब हो कि बीते दिनों बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह ने संत तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस को नफरत फैलानेवाला ग्रंथ कहा था। जबकि उत्तर प्रदेश के समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने श्रीरामचरितमानस की चौपाइयों पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए इस ग्रंथ को जप्त कर नष्ट करने संबंधी वक्तव्य दिया था।
हिन्दू जनजागृति समिति व राष्ट्र बचाओ आंदोलन बयान की तीव्र भर्त्सना करते हुए दोनों नेताओं पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के प्रकरण में तत्काल अपराध प्रविष्ट कर उन्हें बंदी बनाने की मांग बिहार एवं उत्तर प्रदेश सरकार से की है।
दूसरी ओर कर्नाटक के विवादित प्रोफेसर के. एस. भगवान ने प्रभु श्रीराम को आदर्श राजा नहीं मानने का विवादित बयान दिया था। पूर्व में भी प्रो.भगवान को इसी प्रकार के वक्तव्य के कारण गिरफ्तार किया गया था.
। हिन्दू जनजागृति समिति व राष्ट्र बचाओ आंदोलन प्रोफेसर की जमानत रद्द कर उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। ज्ञापन सौंपनेवालों में राष्ट्र बचाओ आंदोलन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह, राजीव सिंह, भुनेश्वर त्रिपाठी, नीतू अरोरा के साथ हिन्दू जनजागृति समिति की पूजा चौहान, यश सिंह परमार सहित अन्य शामिल हैं।प्रतिनिधिमंडल की मुख्य मांगें : –
गुजरात दंगे के विषय में बीबीसी न्यूज की विवादित डॉक्यूमेंट्री फिल्म के माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री, भारत देश एवं हिंदू समाज की छवि धूमिल करनेवाले बीबीसी न्यूज एवं अन्य दोषियों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।
हिंदू देवी-देवता, श्रीरामचरित्रमानस जैसे धर्म ग्रंथ एवं श्रद्धा स्थानों के विषय में विवादित व्यक्तव्य देनेवालों पर कठोर कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही देवताओं का अपमान रोकने के लिए तत्काल कठोर ईशनिंदा कानून बनाया जाए।वेलेंटाइन डे के नाम पर होनेवाले अनाचार रोकने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय प्रतिबंधक योजना बनाए।