देशी घी का सेवन कई लोग ये सोचकर नहीं करते हैं कि इससे वजन बढ़ जाएगा. शरीर में चर्बी बढ़ सकती है, लेकिन ऐसा नहीं है. यदि आप किसी भी चीज़ को सीमित और शरीर के ज़रूरत के अनुसार खाएंगे तो किसी भी तरह का नुकसान नहीं होगा. घी के साथ भी कुछ ऐसा ही है.
सर्दियों में भोजन में घी का इस्तेमाल करने से ना सिर्फ खाने का स्वाद दोगुना होता है, बल्कि सेहत को भी फायदा पहुंचता है. जी हां, सर्दियों में आप घी खाएंगे तो कई हेल्थ बेनिफिट्स शरीर को हो सकते हैं. शुद्ध देसी घी में हेल्दी फैट होने के साथ ही इम्यूनिटी बूस्ट करने की भी क्षमता होती है.

आयुर्वेद में भी सर्दियों में घी खाने की सलाह दी गई है, क्योंकि यह शरीर को अंदर से गर्म रखता है. घी शरीर को ताकत देता है. रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है. याद्दाश्त बढ़ाता है. त्वचा को स्वस्थ रखता है. साथ ही शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद करता है. इतना ही नहीं, यदि आपको सर्दियों में बार-बार खांसी-जुकाम हो तो इसका भी इलाज करता है. इसके अलावा, सर्दियों में घी खाने के क्या फायदे होते हैं और इसका सेवन किस तरह से करना चाहिए,
एक खबर के अनुसार, देसी घी के सेवन से सर्दियों में शरीर अंदर से गर्म रहता है. घी का हाई स्मोक पॉइंट ठंड के मौसम में इसमें खाना पकाने के लिए आदर्श बनाता है. इसका स्वाद और खुशबू भी इतना अच्छा होता है कि भोजन के स्वादों को दोगुना कर देता है. आप गर्म रोटी पर भी घी लगा सकते हैं. साथ ही सब्जियों में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
के सेवन से आंतों की सेहत और पाचन में भी सुधार होता है. घी में मौजूद पोषक तत्व गैस्ट्रिक जूस पाचन को दुरुस्त बनाने में मदद करता है. गैस्ट्रिक जूस में एंजाइम होते हैं, जो भोजन को साधारण यौगिकों में तोड़ने में मदद करते हैं. तो जब भी आप गर्मा-गर्म रोटी खाएं तो एक छोटा चम्मच घी जरूर लगा लें. इससे रोटी तो नरम हो ही जाएगी, मल त्याग करने में भी आसानी होगी. बाउल मूवमेंट भी सही बना रहता है, कब्ज की समस्या नहीं होगी.
सर्दियों में लोग खांसी, सर्दी-जुकाम से बहुत ज्यादा परेशान रहते हैं. घर से बाहर ठंडी हवा में निकलते ही बुखार लग जाता है. नाक बहने लगती है. घी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो सर्दी-खांसी को ठीक करने में प्रभावी होती हैं. अपने नाक में कुछ बूंदें शुद्ध गाय का घी गुनगुना करके डालने से तुरंत आराम पहुंचा सकता है