भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी द्वारा वरिष्ठ आइएएस अधिकारी राजीव अरुण एक्का पर गंभीर आरोपों से खलबली मच गई है।
उन्होंने ईडी की जांच के घेरे में आए विशाल चौधरी के कार्यालय में एक्का द्वारा फाइलें निबटाने से संबंधित वीडियो रविवार को जारी किया था।रविवार को अवकाश के बावजूद राज्य सरकार ने उन्हें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव पद से हटा दिया। एक्का के पास गृह और सूचना एवं जनसंपर्क का भी प्रभार था।
इधर, विधानसभा में भाजपा को सरकार पर निशाना साधने का नया मुद्दा मिल गया है। अभी होली के कारण सत्र स्थगित है। 13 मार्च से सदन की कार्यवाही आरंभ होने के बाद भाजपा इस मुद्दे पर सरकार की तगड़ी घेराबंदी करेगी।राजीव अरुण एक्का को पंचायती राज विभाग में स्थानांतरित कर दिया है। भाजपा इस कार्रवाई को नाकाफी बता रही है। आरोपों पर राजीव अरुण एक्का ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि यह तथ्यहीन और असत्य है। उनका 30 साल का करियर बेदाग रहा है।