तमिलनाडु में काम कर रहे प्रवासी श्रमिकों की शिकायत पर सीएम हेमंत सोरेन एक उच्चस्तरीय टीम को चेन्नई भेजा हैं। इस टीम में झारखंड पुलिस और श्रम विभाग के वरीय पदाधिकारी शामिल हैं। टीम के सदस्यों ने रविवार को तमिलनाडु सरकार के वरीय पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके अलावा करीब 800 श्रमिकों से बातचीत कर सारी बातों की जानकारी ली। बाद में उच्चस्तरीय जांच टीम के सदस्य अन्य श्रमिकों का जायजा लेने चेन्नई से कोयम्बटूर पहुंचे।
झारखंड सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के विभिन्न प्रवासी श्रमिकां के समूहों से मुलाकात की। टीम के सदस्य उस कार्यस्थल पर भी पहुंचे, जहां से सहायता की मांग की गई थी। झारखंड के मजदूरों ने राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष में फोन कर मदद मांगी थी। झारखंड से गए पदाधिकारियों ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया। प्रवासी श्रमिकों को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए उन्हें हेल्पलाइन नंबर के बारे में जानकारी दी गई। ये नंबर तमिलनाडु और झारखण्ड सरकार की ओर से जारी किए गए है। जबकि राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष भी लगातार प्रवासी श्रमिकों से संपर्क में है। श्रमिकों से बातचीत कर उनके अंदर व्याप्त डर-भय को भी दूर किया जा रहा है। साथ ही श्रमिकों की सूची भी बनाई जा रही है। झारखंड से तमिलनाडु गए पदाधिकारियों ने प्रवासी श्रमिकों को समझाया कि वे अफवाहों से न घबराएं, यदि संदेह और समस्या हो, तो तुरंत प्रवासी नियंत्रण कक्ष को कॉल कर संपर्क करें।