जापान के प्रमुख शहरों में 60 से अधिक होटल संचालित कर रहे HMI ग्रुप के निदेशक, पब्लिक रिलेशन टाकामोटो योकोयामा (Public Relations Takamoto Yokoyama) ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाओं के मद्देनजर उनकी कंपनी ने यहां होटल व्यवसाय में उतरने का फैसला किया है। श्रीकाशीविश्वनाथ धाम कॉरीडोर (Shrikashi Vishwanath Dham Corridor) के विकास के बाद वाराणसी में बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं.
। यह हमारे लिए अनुकूल अवसर है। यूपी की औद्योगिक नीतियां HMI समूह को प्रोत्साहित करने वाली हैं। ऐसे में HMI समूह आगरा, वाराणसी और अयोध्या सहित 30 प्रमुख स्थानों पर अपने होटल चेन का विस्तार करेगी। इससे यहां के 10 हजार से अधिक लोगों के लिए नौकरी के प्रत्यक्ष मौके भी बनेंगे
इससे पहले, दधीचि सभागार में‘उत्तर प्रदेश में जापान और भारत के बीच विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी का क्रियान्वयन विषयक महत्वपूर्ण सत्र में विदेश मंत्रालय, भारत सरकार में सलाहकार (जापान) प्रो. अशोक चावला ने वर्ष 2000 से 2014 और 2014 से 2022 के अलग-अलग कालखंड में भारत और जापान के राजनीतिक, रणनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों की तुलनात्मक चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में तत्कालीन जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे का भारत दौरा हुआ तो 2016 में प्रधानमंत्री मोदी जापान गए। 2017 में शिंजो आबे अहमदाबाद आए और हाईस्पीड रेल के बारे में कार्ययोजना बनी तो 2018 में प्रधानमंत्री मोदी पुन: जापान गए। लगातार होने वाले इन शीर्ष नेताओं के दौरे से दोनों देशों के बीच गहरा विश्वास पैदा हुआ है, जिसका सकारात्मक असर द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों पर भी देखने को मिला है।
स्वास्थ्य, ऊर्जा, लॉजिस्टिक्स, होटल, आटिर्िफशियल इंटेलिजेंस, टेक्सटाइल, स्टील, रियल एस्टेट, लेदर आदि सेक्टर में निवेश में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है। ग्रेटर उत्तर प्रदेश भी इससे लाभान्वित हो रहा है। ग्रेटर नोएडा में जापान इंडस्ट्रियल टाउनशिप (Japan Industrial Township) का विकास हो रहा है।