तुर्की और सीरिया के लोगों ने सोमवार को तबाही का जो मंजर देखा, वो दशकों तक दर्द देने वाला है. यहां आए भूकंप से भयानक तबाही जारी है. दोनों देशों में अब तक 4890 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. भूकंप की तीव्रता 7.8 थी. भूकंप के चलते कंपन इतना तेज था कि हजारों इमारतें ताश के पत्तों की तरह भरभराकर गिर गईं.

तुर्की प्रशासन का कहना है कि अभी तक 5606 इमारतें गिर चुकी हैं. तबाही का यही मंजर सीरिया में भी देखने को मिला है. भारतीय एयरफोर्स का C-17 विमान रेस्क्यू टीमों और राहत साम्रगी लेकर तुर्की के लिए रवाना हो गया है.

तुर्की और सीरिया में भूकंप से अब तक 4,890 लोगों की मौत हो गई. अकेले तुर्की में 3,381 लोगों के मारे जाने की खबर है. जबकि सीरिया में भी 1500 से ज्यादा लोगों की जान चली गई.
NDRF की एक टीम राहत साम्रगी के साथ तुर्की पहुंच गई है. इसके साथ ही भारत से NDRF की दूसरी टीम तुर्की के लिए रवाना हो गई. कोलकाता NDRF की इस टीम में 50 सदस्य हैं. इससे पहले जो टीम तुर्की पहुंची, उसमें 51 सदस्य थे.