दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला फ्रांसीसी नन ल्यूसिल रैंडन का 118 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. ल्यूसिल रैंडन को लोग सिस्टर आंद्रे के नाम से भी जानते हैं
11 फरवरी, 1904 को दक्षिणी फ्रांस जन्मीं ल्यूसिल रैंडन ने दुनिया को बदलते देखा था. वह प्रथम विश्व युद्ध से भी एक दशक पहले पैदा हुई थीं. उन्होंने दोनों विश्व युद्ध भी देखे हैं.
प्रवक्ता डेविड तावेल्ला ने कहा कि टूलॉन में उनके नर्सिंग होम में उनका निधन हो गया. वह सो रही थीं फिर कभी नहीं उठीं. वह अब तक की ज्ञात सबसे उम्रदराज महिला हैं.सेंट-कैथरीन-लेबर नर्सिंग होम के प्रवक्ता डेविड तावेला ने कहा, ‘हमें सिस्टर आंद्रे के निधन पर बहुत दुख है. यह उनके अपने प्यारे भाई से जुड़ने की इच्छा थी. उसके लिए यह एक मुक्ति है.’
उन्होंने दुनिया के कई दौर देखे हैं. उन्होंने विश्वयुद्ध भी देखा है और संयुक्त राष्ट्र संघ का भी उदय देखा है. फ्रांस के बिखरने से बनने तक की कहानी उन्होंने देखी है. ल्यूसिल रैंडन का जन्म उस साल हुआ था जब न्यूयॉर्क ने अपना पहला सबवे खोला था और जब टूर डी फ्रांस का केवल एक बार मंचन किया गया था.